बंगाल की खाड़ी से आई खतरे की घंटी 

बंगाल की खाड़ी इस वक्त एक खतरनाक उठापटक से गुजर रही है. मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी कर बताया है कि यहां बन रहा साइक्लोनिक सर्कुलेशन तेजी से मजबूत होकर एक शक्तिशाली सिस्टम का रूप ले सकता है, जो अगले कुछ दिनों में साइक्लोन ‘सेन-यार’ बनकर दहाड़ सकता है. ‘सेन-यार’ नाम अरबी भाषा के शब्द ‘शेर’ से लिया गया है. इसे संयुक्त अरब अमीरात ने नॉर्थ इंडियन ओशियन के चक्रवात नाम सूची में शामिल किया था.

इस संभावित तूफान ने अंडमान–निकोबार से लेकर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना तक चिंता बढ़ा दी है. 27–30 नवंबर के बीच लैंडफॉल की आशंका जताई जा रही है. अंडमान में भारी बारिश, तेज हवाओं और समुद्र में उठती ऊंची लहरों ने हालात बिगाड़ दिए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश ने पहले ही जिलों को अलर्ट पर रख दिया है. क्या अरब का यह ‘शेर’ तटों पर तबाही मचाएगा? फिलहाल IMD की चेतावनी डर बढ़ा रही है.

IMD के अनुसार बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन 21 नवंबर से सक्रिय है.

  • 22 नवंबर तक यह लो-प्रेशर एरिया में बदलेगा.
  • 24 नवंबर तक डिप्रेशन बनने की पूरी संभावना.
  • इसके बाद सिस्टम तेजी से मजबूत होकर साइक्लोन ‘Senyar’ बन सकता है.

कुछ मॉडल्स 27 से 30 नवंबर के बीच लैंडफॉल की संभावना दिखा रहे हैं. सबसे अधिक खतरा कोस्टल आंध्र प्रदेश और नजदीकी तेलंगाना को बताया जा रहा है.

अंडमान–निकोबार में सबसे पहले दिखा असर

अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह इस सिस्टम की सीधी चपेट में हैं.

IMD का अनुमान है:

  • निकोबार में 7–20 सेमी तक बहुत भारी बारिश.
  • अंडमान में 7–11 सेमी भारी बारिश.
  • 40–50 KM/h. की तेज हवाएं.
  • समुद्र में 35–45 KM/h की हवाएं, झोंकों में 55 35–45 KM/h तक
  • बिजली गिरने और गरज–चमक का खतरा

स्थानिक चेतावनी

पोर्ट ब्लेयर पोर्ट ने Local Cautionary Signal-3 जारी कर दिया है.

फिशरमैन को 23 नवंबर तक समुद्र में नहीं जाने की सख्त हिदायत दी गई है.

अंडमान में बिगड़ते हालात – प्रशासन की कार्रवाई

  • इंटर-आइलैंड वेसेल सर्विसेज को रोका या रीशेड्यूल किया जा सकता है.
  • चाथम, बंबूफ्लैट, डुंडास पॉइंट और हॉपटाउन में फेरी सेवाओं पर असर.
  • समुद्र में ऊंची लहरें, नाविकों को सतर्क रहने की सलाह.
  • पर्यटकों को बीच और वॉटर ऐक्टिविटी से दूर रहने का निर्देश.
  • मौसम 25 नवंबर तक खराब रहने की चेतावनी.

आंध्र–तेलंगाना पर क्यों बढ़ी चिंता?

आंध्र प्रदेश के समुद्री जिलों- श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापट्टनम और काकीनाडा को हाई अलर्ट पर रखा गया है. 26 नवंबर से तेज हवाएं, आंधी और भारी बारिश की संभावनाएं जताई गई हैं. प्रशासन ने लोगों को घर में रहने और आपात सामान तैयार रखने की अपील की है.