मार्च के पहले ही दिन भारत के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का अजब-गजब रंग देखने को मिल रहा है. कहीं तेज धूप खिली है तो कही बारिश और हिमपात से लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं कई हिस्सों में आने वाले दिनों में भारी बारिश का अलर्ट जारी भी किया गया है. गिरगिट की रंग की तरह मौसम में बदलाव आ रहा है. जहां कुछ घंटों पहले धूप निकली थी, वहीं अचानक हवा के साथ बारिश शुरू हो जाती है. कुल मिलाकर बंसत के मौसम में सावन, बैसाख और माघ जैसे हालात बन जा रहे हैं. बात एक मार्च के मौसम की करें तो भारत में एक इलाके में आज अधिकतम तापमान 38.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया तो दूसरी ओर एक इलाके में अधिकतम तापमान -11 डिग्री भी रहा.
दिल्ली में शनिवार सुबह हुई बारिश
हिमाचल, उत्तराखंड सहित दिल्ली, राजस्थान, यूपी, बिहार के कई इलाकों में बारिश भी हुई. दूसरी ओर महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में तेज धूप खिली रही. दिल्ली में शनिवार सुबह हल्की बारिश हुई और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत तापमान से 4.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिन भर आसमान में बादल छाए रहने और रुक-रुक कर बूंदाबांदी होने का अनुमान जताया है. इसके अलावा, अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. दिल्ली में शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में दो मिमी बारिश दर्ज की गई. सफदरजंग में 1.8 मिमी, पालम में 1.0 मिमी और पीतमपुरा में चार मिमी बारिश दर्ज की गई. सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 92 प्रतिशत रहा.
बीते दिनों इसी दिल्ली में फरवरी के तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ा. इस वर्ष फरवरी में पिछले 74 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया, जहां 27 फरवरी को न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह 74 वर्ष में फरवरी की सबसे गर्म रात थी. लेकिन इस रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद अगली सुबह से ही दिल्ली में मौसम का मिजाज बदला.
हिमाचल के कुल्लू में बाढ़ जैसे हालात
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में बारिश और हिमपात से हालात खराब हैं. हिमाचल के कुल्लू में तो बाढ़ जैसे हालात बन गए. सड़कों पर खड़ी कई गाड़ियां मलबों में दब गई. जम्मू कश्मीर में भी कई राष्ट्रीय राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि शनिवार को जम्मू कश्मीर के मौसम में सुधार के बाद घाटी और देश के बाकी हिस्सों को जोड़ने वाला मुख्य राजमार्ग का मरम्मत शुरू हुआ.
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा में हिमस्खलन से सड़क निर्माण कार्य में जुटे 55 मजदूर की जान आफत में आ गई. बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) के 55 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए. जिसके बाद शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में बर्फ के नीचे दब मजदूरों में से अब तक 50 को बाहर निकाला जा चुका है. उनमें से 4 की मौत हो गई है. वहीं फंसे हुए 5 मजदूर की तलाश अभी भी जारी है.
राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश
इधर राजस्थान के कुछ हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान गरज के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई. जयपुर के मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार इस दौरान चूरू में 28 मिलीमीटर, चूरू तहसील में 28 मिमी, झुंझुनूं के चिड़ावा में 18 मिमी, मलसीसर में 14 मिमी, भुहाना में 13 मिमी, अलवर के तिजारा में 10 मिमी, चूरू के तारानगर/रैनी में 10 मिमी, पिलानी में नौ मिमी, चूरू के राजगढ़/सादुलपुर में आठ मिमी, अलवर के कोटकासिम, टपूकड़ा में सात मिमी, चूरू के भद्र में सात मिमी, हनुमानगढ़ के डूंगरगढ़ में सात मिमी, बीकानेर में 6.6 मिमी और अन्य कई स्थानों पर एक मिमी से तीन मिमी तक बारिश दर्ज की.