इंदौर में 27 अप्रैल को होने वाली एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव के दौरान आईटी क्षेत्र से जुड़ी चार कंपनियों के उद्घाटन होंगे और कुछ कंपनियों की आधारशीला रखी जाएगी। इस काॅन्क्लेव में मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल होंगे। उसमें स्पेसटेक नीति, एवीजीसी लैब, ड्रोन स्कूल आफ एक्सीलेंस और सायबर सुरक्षा सेंटरों को प्रदेश में खोले जाने की घोषणा होगी।
इंदौर के सिंहासा आईटी पार्क में एमपीआरडीसी के सहयोग से भारत इलेक्ट्राॅनिक्स लिमिटेड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)के लिए बड़ा सेंटर खोल रहा है। इसके अलावा साॅफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर भी तैयार है। जबलपुर आईटी पार्क में 25 करोड़ की लागत से एक बिल्डिंग बनाई गई है। उसमें आईटी से जुड़े संस्थानों को स्पेस दी जाएगी। इससे 500 आईटी प्रोफेशनल को रोजगार मिलेगा। इस बिल्डिंग का वर्चुअली उद्घाटन होगा।
देवास में कास्ट एनएक्स प्रायवेट लिमिटेड का स्टार्टअप पांच साल से संचालित हो रहा है। यह कंपनी भी अपनी सेवा का विस्तार कर रही है। जिसकी शुरूआत काॅन्क्लेव में होगी। इसके अलावा आईआईटी इंदौर की दृष्टि फाउंडेशन, जो टेक्ननोलाॅजी, इनोवेशन हब और बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर चलाती है। वह फाउंडेशन सिंहासा आईटी पार्क में 120 सीटर का इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित कर रही है। इसे सात वर्षों तक इक्विटी शेयरिंग आधार पर संचालित किया जाएगा।
इसका उद्घाटन भी मुख्यमंत्री के हाथों होगा। आईटी विभाग के नोडल अधिकारी द्वारकेश सराफ ने बताया कि मध्य प्रदेश स्पेसटेक नीति के तहत अंतरिक्ष प्रोद्योगिकी, अनुसंधान के लिए एक केंद्र भी स्थापित किया जाएगा। इसकी रुपरेखा काॅन्केलव में रखी जाएगी। ड्रोन स्कूल आफ एक्सीलेंस एमपी ड्रोन पाॅलिसी के तहत स्थापित किए जाना है। इसे लेकर भी चर्चा होगी। कान्क्लेव इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगी।