झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नीत सरकार ने सोमवार को विधानसभा से विपक्ष के बहिर्गमन के बीच विश्वास मत जीत लिया. राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में 45 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. निर्दलीय सदस्य सरयू राय ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया. इससे एक दिन पहले रविवार को सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष दोनों ने विशेष विधानसभा सत्र के लिए रणनीति तैयार करने के लिए अलग-अलग बैठकें भी कीं.

इस बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद विधायकों ने विश्वास मत हासिल करने का भरोसा जताया था. वहीं विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने कहा था कि सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए यह आसान नहीं होगा. बहुमत परीक्षण के बाद अब सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार होना भी तय माना जा रहा है.

झारखंड विधानसभा का गणित

झारखंड विधानसभा में मनोनीत सदस्य लगाकर कल 81 + 1 = 82 सदस्य है. वर्तमान में झारखंड विधानसभा में दलवार स्थिति इस प्रकार है-

इंडिया गठबंधन 

  • जेएमएम – 27
  • कांग्रेस -17
  • राजद – 1
  • माले – 1


जेएमएम की सीता सोरेन ने इस्तीफा दे कर बीजेपी का दामन थाम लिया है, वही जेएमएम के दो विधायक नलिन सोरेन और जोबा मांझी सांसद बन गई है. जब को चमरा लिंडा और लोबिन हेमब्रेम पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़े थे और पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है.

एनडीए गठबंधन

  • बीजेपी 24
  • आजसू 3
  • एनसीपी 1
  • निर्दलीय 2

बीजेपी के दो विधायक मनीष जायसवाल और ढूल्लू महतो सांसद बन गए हैं, जबकि तीसरे विधायक जेपी भाई पटेल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. वर्तमान में  विधानसभा अध्यक्ष लेकर कुल 77 सदस्य हैं ऐसे में बहुमत के लिए 39 विधायक चाहिए थे. लेकिन सोरेन के समर्थन में 45 वोट पड़े.